HIN_Qualities-versus-defects-in-personality-raw

1. वांछित विशेषताएं विरुद्ध अवांछित विशेषताएं

पिछले ट्युटोरियल में हमने देखा कि अधिकतर लोगों में बीस से तीस प्रमुख गुण कैसे उसके मुख्य स्वभाव को बनाते हैं ।
इन विशेषताओं को दो श्रेणियों में बांटा जा सकता है :

१. वांछित विशेषताएं : जैसे परिश्रम करना, ईमानदारी तथा सत्यनिष्ठता

२. अवांछित विशेषताएं : जैसे झूठ बोलना, हठ करना

वांछित विशेषताओं को सद्गुण कहते हैं और अवांछित विशेषताओं को स्वभावदोष । विशेषताओं को इन दो वर्गों में बांटा गया है । सद्गुणों से कुशलक्षेम आता है और इसका व्यक्ति तथा उसके पररस्पर संबंधों पर पूर्णतः सकारात्मक प्रभाव पडता है । दूसरी ओर जिसमें दोष हैं, उसे तथा उससे संबंधितों को मानसिक कष्ट होता है ।

२. स्वभाव दोष तथा गुणों का विश्लेषण करना

एक अध्ययन कहता है कि अंग्रेजी भाषा में लगभग अठारह हजार शब्द हैं, जो वर्त्तन के विविध रूपों को दर्शाते हैं । इनमें से हमने १०० सामान्य बडे दुर्गुणों (प्रकार १) का चयन किया और उसी से संबंधित १०० सद्गुणों का (प्रकार २) का चयन किया । हमारे स्वभावदोष निर्मूलन खंड में आपको यह सूची मिल सकती है, जिससे आप अपना विश्लेषण स्वयं कर सकते हैं । सामान्यतः प्रकार १ में सामान्य दृष्टिकोण से अवांछित विशेषताएं हैं । जबकि प्रकार २ में वांछित विशेषताएं सम्मिलित हैं, उदाहरण के लिए प्रकार १ में अशिष्टता के लिए संबंधित वांछित विशेषताएं प्रकार २ में विनम्रता है । व्यक्ति की वांछित विशेषताएं पता होने से उसके शक्ति के स्रोतों का ज्ञान होता है, जिसकी सहायता से उसे अपनी समस्याओं पर विजय प्राप्त करना संभव हो सकता है । जो व्यक्ति अपने स्वाभिमान को जागृत करने की समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए अपनी वांछित विशेषताएं पता होने से उनकी सहायता हो जाती है ।

३. कुछ अपवाद

ध्यान में रखने के लिए अन्य सूत्र भी है, जो पूर्व में हमारे द्वारा बताए गए सूत्रों को दुर्बल नहीं बनाता । प्रत्येक व्यक्ति के संदर्भ में कोई विशेषताएं वांछित है अथवा अवांछित, यह भिन्न हो सकता है, जैसे आज्ञाकारिता, विनम्रता, उग्र न होना इत्यादि एक सेवक के लिए वांछित विशेषताएं हो सकती हैं; किंतु यदि कोई किसी कंपनी का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हो, तो ये गुण उसके लिए अवांछित विशेषताएं समझी जाएंगी । अधिकतर व्यक्तियों के लिए शंकालु वृत्ति एक अवांछित विशेषता हो सकती है; किंतु अपराधिक विभाग से जुडे अधिकारी के लिए यह वांछित विशेषता हो जाता है ।