अनिष्ट शक्ति के कारण लोगों एवं वस्तुओं में अपने आप हो रहे परिवर्तन

१. नकारात्मक आध्यात्मिक शक्ति के प्रकटीकरण एवं घनीकरण – प्रस्तावना

वर्ष २००० से, स्पिरिच्युअल साइन्स रिसर्च फाऊंडेशन (SSRF) उन अनेकों एवं विभिन्न पद्धतियों का प्रलेखीकरण एवं संग्रह कर रही है जिससे नकारात्मक आध्यात्मिक शक्ति व्यक्ति एवं वस्तु दोनों को परिवर्तित कर सकती हैI । आध्यात्मिक सिद्धांत के अनुसार “स्थूल की तुलना में सूक्ष्म अधिक शक्तिशाली होता है”, हमने इस बात पर शोध किया जब अनिष्ट शक्तियां सूक्ष्म स्तर पर अपनी शक्ति सहजता से व्यय कर सकती हैं, तो वे क्यों अपनी ढेर सारी शक्ति वस्तुओं को स्थूल रूप परिवर्तित करने में व्यय करती हैं ।

२. आध्यात्मिक रूप से सकारात्मक व्यक्तियों एवं वस्तुओं में नकारात्मक परिवर्तन क्यों होते हैं ?

वस्तुओं की गैलेरी में प्रदर्शित सकारात्मक शक्ति के घनीकरण के कारण अपने आप हुए परिवर्तन, संतों द्वारा प्रयोग की गई वस्तुओं, उनसे संबंधित वस्तुओं अथवा साधक के पास रखे संतों के चित्रों से हमने सीखा कि इनमें उच्च मात्रा में सकारात्मकता होती है एवं वह उनसे प्रक्षेपित होती हैI । वे निरंतर सात्विकता के स्पंदन, चैतन्य, एवं अत्यधिक मात्रा में आनंद प्रक्षेपित करते हैंI । ऐसे स्पंदन वातावरण को शुद्ध करते हैं, परिणामस्वरूप समाज (समष्टि) के लिए अत्यधिक लाभदायक सिद्ध होते हैं । इन वस्तुओं से प्रक्षेपित सात्विकता के कारण साधक के चारोंओर आया काला आवरण दूर हो जाता है एवं परिणामस्वरूप वे साधना करने के लिए प्रेरित होते हैं । अतः, आध्यात्मिक दृष्टिकोण से ये सात्विक वस्तुएं अमूल्य हैं एवं इसी कारण अनिष्ट शक्तियां इन पर आक्रमण करने एवं इन्हें नष्ट करने का प्रयास करती हैं ।

३. नकारात्मक परिवर्तन कैसे होते हैं एवं उनसे होनेवाले प्रभाव का आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य

अनिष्ट शक्तियां इन वस्तुओं को नष्ट करने अथवा कुरूप बनाने के लिए अपनी सिद्धियों, संचित काली शक्ति एवं सूक्ष्म यंत्रों का प्रयोग करती हैं ।I इन प्रभावित वस्तुओं के माध्यम से साधक पर आक्रमण करना एवं वातावरण को दूषित करना भी उनका उद्देश्य होता हैI ।

स्थूल स्तर पर, यह आक्रमण छिद्रों, खरोंचों, कुतरने के चिन्हों, धब्बों, विरूपता इत्यादि के रूप में प्रकट होते हैं ।I आक्रमण का लक्ष्य बना साधक इन आक्रमणों से प्रभावित हो सकता है एवं उसे शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक स्तरों पर अत्यधिक कष्ट सहना पड सकता हैI । जैसा कि हमने “स्थूल की तुलना में सूक्ष्म अधिक शक्तिशाली होता है’’ अध्यात्म के इस मूलभूत सिद्धांत से सीखा कि इन आक्रमणों का सूक्ष्म-प्रभाव स्थूल की तुलना में बहुत अधिक होता हैI ।

४. नकारात्मक परिवर्तनों में तीव्रता वृद्धि – एक आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य

कभी-कभी जिस वस्तु पर आक्रमण हुआ है, वह आगे और भी विकृत होने के संकेत देती हैI । उदाहरण के लिए, एक चित्र जिस पर कुछ धब्बे थे उस पर और अधिक धब्बे आ जाते हैं अथवा वह पूर्णरूप से विकृत हो जाता हैI । यह प्रक्रिया बहुत ही रोचक होती है एवं इसके होने के कारण हमें आश्चर्यचकित कर सकते हैं । I

यह बात ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है कि अनिष्ट शक्तियां किसी वस्तु पर लगातार आक्रमण करते समय उसमें अधिक काली शक्ति संचित करती हैं ।I यह सकारात्मकता एवं नकारात्मकता के बीच होनेवाले भयावह युद्ध का संकेत है, जो कालांतर से वस्तु के विकृत होने के रूप में प्रकट होता हैI । वस्तुओं को और अधिक नष्ट करके, अनिष्ट शक्तियां सकारात्मकता पर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करने का भी प्रयास करती हैं एवं यह उसके बढे हुए अहं का लक्षण हैI ।

वस्तुओं को और भी क्षति पहुंचाने का मुख्य उद्देश्य साधकों अथवा भक्तों के मन में उनके श्रद्धेय संत अथवा देवता के विषय में शंका उत्पन्न करना है एवं यह सुझाना कि उनमें शक्ति का अभाव हैI । शक्तिशाली अनिष्ट शक्तियां यह सिद्ध करने का प्रयास करती हैं कि वे श्रेष्ठ हैं एवं उनमें देवताओं एवं संतों से अधिक शक्ति हैI ।

अनिष्ट शक्तियों का यह भी प्रयास होता है कि इन वस्तुओं अथवा चित्रों से प्रक्षेपित होनेवाले चैतन्य एवं सात्विकता को अधिक से अधिक बाधित करना एवं अंततः पूर्णरूप से रोक देना होता है ।

५. अनिष्ट शक्ति के आक्रमण का अनुभव

SSRF प्रभावित वस्तुओं के संदर्भ में व्यापक आध्यात्मिक शोध करता है एवं उन्हें भविष्य के अध्ययन के लिए संरक्षित भी करता हैI । अनिष्ट शक्ति के आक्रमण के कारण अपनेआप हुए परिवर्तनों को दर्शानेवाली वस्तुएं दीर्घा (गैलेरी) में दिख रही हैं ।

दीर्घा देखने से पूर्व, एवं सूक्ष्म जगत एवं इन आक्रमणों के सूक्ष्म आयाम तथा उसकी तीव्रता को गहनता से समझने एवं उनका मूल्यांकन करने के लिए, हमारा सुझाव है कि आप संदर्भ लेख “अपनी छठवीं ज्ञानेंद्रिय को किस प्रकार परखें” पढें ।I

हमारी दीर्घा को देखने के पश्चात, यदि आपको कोई अर्थपूर्ण अनुभव हुआ हो, अथवा यदि आपको लगता है कि आपने भी संत अथवा देवता के विकृत चित्र देखे हैं, अथवा आप यदि यह सीखना चाहते हैं कि इस प्रकार की घटनाएं ध्यान में आने पर आप क्या कर सकते हैं, तो आप नि:संकोच हमसे इस पृष्ठ के नीचे दिए “प्रश्न पूछें” प्रणाली के माध्यम से संपर्क करें । आप इन प्रभावित वस्तुओं का क्या किया जाना चाहिए एवं उन पर करने योग्य आध्यात्मिक उपचारों के विषय में हमसे और भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं । I