Case Studies
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मन की संतुलित अवस्था
साधना के लाभ साधना आरंभ करने तथा उसमें निरंतरता बनाए रखने के अनेक लाभ हैं । वास्तव में साधना आरंभ करते ही हमें कुछ न कुछ लाभ अथवा सकारात्मक परिवर्तन अनुभव होने लगता है । प्रत्येक सकारात्मक परिवर्तन से प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से सुख बढने में अथवा दुख घटने में सहायता मिलती है । … मन की संतुलित अवस्था को पढ़ना जारी रखें
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हमारे अंतर्मन के संस्कारों के अनुसार – मूलभूत स्वभाव
साधना के लाभ व्यक्तित्व का विकास मूलभूत स्वभाव – अंतर्मन के संस्कारों के अनुसार उपरोक्त चित्र मन को दर्शाता हैै । मन का १/१० वां भाग बाह्य मन है तथा ९/१० वां भाग अंतर्मन का है । जिस हिम शैल से टाइटैनिक जहाज टकराया था, उसके शिखर को देख कोई नहीं कह सकता था कि … हमारे अंतर्मन के संस्कारों के अनुसार – मूलभूत स्वभाव को पढ़ना जारी रखें
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तीन सूक्ष्म-स्तरीय मूलभूत घटकों का (त्रिगुणों का) मूल स्वरूप एवं संकल्पना क्या है ?
इस लेख सम्बन्धी विस्तृत जानकारी हेतु कृपया यहां क्लिक करें आधुनिक शास्त्रों के अनुसार लघु कणों में इलेक्ट्रॉन्स्, प्रोटॉन्स्, मेसॉन्स्, क्वॉर्क्स, ग्लुऑन्स् एवं न्यूट्रॉन्स् का समावेश होता है । जबकि अध्यात्म शास्त्र बताता है कि हम इनसे भी अधिक सूक्ष्म कणों अथवा घटकों से बने हैं । ये घटक सूक्ष्म होते हैं और सूक्ष्मदर्शी (माइक्रोस्कोप) … तीन सूक्ष्म-स्तरीय मूलभूत घटकों का (त्रिगुणों का) मूल स्वरूप एवं संकल्पना क्या है ? को पढ़ना जारी रखें
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सहनशक्ति बढना
हममें से प्रत्येक की शारीरिक, भावनात्मक अथवा मानसिक – कष्ट को सहन करने की शक्ति भिन्न होती है जीवन में कभी-कभी हम ऐसी परिस्थितियों का सामना करते हैं जो कष्टदायक होती हैं । यह परिस्थिति पीडादायक वैवाहिक संबंध से लेकर प्रियजनों को खो देने जैसी कुछ भी हो सकती है । कष्ट को सहन करने … सहनशक्ति बढना को पढ़ना जारी रखें