सहनशक्ति बढना

Cryingहममें से प्रत्येक की शारीरिक, भावनात्मक अथवा मानसिक – कष्ट को सहन करने की शक्ति भिन्न होती है जीवन में कभी-कभी हम ऐसी परिस्थितियों का सामना करते हैं जो कष्टदायक होती हैं । यह परिस्थिति पीडादायक वैवाहिक संबंध से लेकर प्रियजनों को खो देने जैसी कुछ भी हो सकती है । कष्ट को सहन करने की शक्ति को निम्न उदाहरणों से समझा जा सकता है :-

एक महिला के अत्यधिक क्रोधित होने का कारण यह है कि बाल काटनेवाली प्रसाधिका ने (ब्यूटीशियन ने) उसके बाल उसकी अपेक्षा से अधिक काट दिए, इस कष्ट का प्रभाव बहुत दिनोंतक रहता है क्योंकि वह महिला अपने सभी मित्रों से इस बात की शिकायत करती है ।

वास्तविक जीवन से एक उदाहरण – यह उदाहरण उस महिला का है जिसने विवाह के कुछ दिनों के बाद अपना पति खो दिया, यद्यपि उसकी भीषण हानि हुई है; परंतु उसकी साधना के कारण प्राप्त आंतरिक शक्ति से वह न केवल अपना संयम बनाए रखती है अपितु अपने ससुरालवालों को भी धैर्य बंधाती है ।

पहले उदाहरण में एक छोटी सी घटना जैसे बालों का अपेक्षा से अधिक कट जाना तीव्र प्रतिक्रिया को जन्म देता है जबकि दूसरे उदाहरण में, एक बहुत बडी भीषण परिस्थिति जैसे प्रियजन को खो देने का बहुत संयमित एवं नियंत्रित होकर सामना किया जाता है । हम नहीं जानते कि कौन सी घटना हमें अनियंत्रित कर देगी, जबतक हम घटना का सामना नहीं करते । साधना करने से हमें हर परिस्थिति का सामना सहजता से करने की शक्ति मिलती है ।