संपादक द्वारा स्वागत सूचना

शॉन क्लार्क

प्रिय पाठक, एसएसआरएफ (वेबसाइट) जालस्थल पर आने के लिए आपका धन्यवाद । हम आपका हार्दिक स्वागत करते हैं ।

आप इस वेबसाइट पर किसी संयोग से आए हों  अथवा किसी के सुझाव से, चाहे किसी भी तरह से आए हो किन्तु इस (वेबसाइट) जालस्थल पर आपके आने के लिए हम आपके आभारी हैं ।आपकी जो भी आवश्यकता हो, चाहे वह आध्यात्मिक क्षेत्र से सम्बंधित जिज्ञासा हो अथवा किसी समस्या के समाधान की खोज हो अथवा आध्यात्मिक रूप से प्रगति करना हो, हम आपकी सहायता के लिए प्रस्तुत हैं ।

SSRF.org पर दुनिया भर से लाखों लोग आते हैं । हमने जिन हजारों प्रश्नों के उत्तर दिए हैं,  उनसे एक बात स्पष्ट है; यद्यपि हम सभी अलग-अलग भाषाएं बोलते हैं और विभिन्न देशों से आते हैं, पर हमारी समस्याएं और जीवन सम्बंधित प्रश्न एक समान हैं । यद्यपि आधुनिक विज्ञान ने हमारे दैनंदिन जीवन को सुखी बनाने में उल्लेखनीय प्रगति की है, परन्तु समग्र दृष्टि से लोगों को जीवन के दुखों से उबारने अथवा स्थायी रूप से आनंद प्राप्ति कराने में वह असफल रहा है । संभवतः एसएसआरएफ वेबसाइट की लोकप्रियता का एक कारण यह है, कि यह हमारे पाठकों को वह देता है जिसकी उन्हें खोज हैं, अर्थात जीवन में समस्याओं का वास्तविक कारण और उन्हें दूर करने के उपाय । जब लोग जीवन में अपनी समस्याओं को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्तर पर संबोधित करते हैं तो उन्हें सफलता प्राप्त होने कि संभावना अधिक होती है ।

हम में से अधिकांश लोगों के लिए, पृथ्वी पर हमारा समय शिक्षा प्राप्त करने, नौकरी पाने, विवाह करने, बच्चे पैदा करने, धन अर्जित करने, प्रसिद्धि और बल प्राप्त करने के बीच विभाजित होता (चला जाता) है । अपनी जीवन यात्रा में हम अपने मन के अनुसार करते हैं, किन्तु हममें से कुछ लोग ही यह प्रश्न पूछने के लिए रुकते हैं कि – क्या यही जीवन है ? क्या जीवन का उद्देश्य केवल इतना ही है ? समाज के इस वर्ग के लोगों के लिए एसएसआरएफ कहता है, “जीवन केवल इतना ही नहीं है” । हम सभी एक आध्यात्मिक यात्रा पर हैं और अपने जीवन के अध्यायों से सीख रहे हैं । हममें से जो इस आध्यात्मिक यात्रा के प्रति जागरूक है और आध्यात्मिक प्रगति करना चाहते हैं, एसएसआरएफ (आपकी आध्यात्मिक यात्रा/साधना के लिए) एक मार्गदर्शिका बता कर आपकी मदद करना चाहेगी, ताकि आप अपने जीवन के प्रत्येक अनमोल क्षण का सर्वोत्तम उपयोग कर सकें ।

निकट भविष्य में विश्व को भीषण युद्ध और प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ेगा । केवल साधना से ही हमें इस निकटस्थ विनाश और बड़े पैमाने पर जीवन के क्षति का सामना करने में सहायता प्राप्त हो सकती है । आने वाला बुरा काल मानव जातिको अपने तरीके सुधारने के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा । इसके परिणामस्वरूप लगभग एक हजार वर्षों के लिए शांति और आध्यात्मिक जागृति स्थापित होने के कारण विश्व आनंद में रहेगा । SSRF.org पर प्रकाशित होने वाले अधिकांश शोध, भावी पीढ़ियों कोआध्यात्मिक जीवन जीने के लिए मार्गदर्शन करेगी ।

एसएसआरएफ के प्रेरणा स्रोत परम पूज्य (परात्पर गुरु) डॉ आठवले जी की कृपा से ही एसएसआरएफ (वेबसाइट ) जालस्थल की निर्मति संभव हुई है । वे मानवता के लिए अथक परिश्रम करते हैं और एसएसआरएफ के सभी आध्यात्मिक शोधों का मार्गदर्शन करते हैं । सौ से अधिक साधक जालस्थल के कार्य से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं और अपने समय का त्याग (अपना समय अर्पित) करते है जिससे कि यह बहुमूल्य ज्ञान विश्वभर तक पहुंच सकें । अग्रणी जालस्थल का एक हिस्सा बनने के लिए वास्तव में कृतज्ञ है जो कि मानव जाति की संस्कृति को आध्यात्मिक रूप से बेहतर जीवन जीने की ओर अग्रसर कर रही है ।

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शॉन क्लार्क

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