अनिष्ट शक्ति द्वारा प्रभावित तथा आविष्ट होने की परिभाषा

१. अनिष्ट शक्तियों द्वारा ‘प्रभावित’ होने की परिभाषा

अनिष्ट शक्तियों (भूत, प्रेत, पिशाच इ.) द्वारा प्रभावित होने का अर्थ है अनिष्ट शक्तियों द्वारा काली शक्ति का प्रयोग कर व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक अथवा आध्यात्मिक क्रियाकलापों को प्रभावित अथवा परिवर्तित करना । प्रभावित व्यक्ति के मन एवं बुद्धि पर अनिष्ट शक्ति का प्रत्यक्ष नियंत्रण नहीं होता । अनिष्ट शक्ति व्यक्ति के अस्तित्व के साथ किसी भी प्रकार से एकरूप होने में सफल नहीं हो पाती ।

  • अनिष्ट शक्तियां (भूत, प्रेत, पिशाच इ.) अपनी काली शक्ति से प्रभावित व्यक्ति की क्षमताओं को उद्दीपित (stimulate) अथवा आच्छादित (cloud) कर सकती हैं ।
  • इस काली शक्ति के माध्यम से वे व्यक्ति को अनेक प्रकार से प्रभावित कर सकती हैं,जैसे त्वचा पर ददोडे (skin rashes) लाना, उसकी विचार प्रक्रिया नकारात्मक बनाना अथवा बुद्धि पर आवरण लाना,इनका अन्य कोई स्पष्ट कारण नहीं होता । व्यक्ति के ऊपर यह एक प्रकार का अप्रत्यक्ष नियंत्रण है । उदाहरणार्थ त्वचा पर ददोडे आने से,उत्कट इच्छा होने पर भी,व्यक्ति किसी नृत्य समारोह में नहीं जा सकता । इस प्रकार अनिष्ट शक्ति प्रभावित व्यक्ति को उसके प्रिय कार्य से विमुख कर अप्रसन्न करती है ।
  • किसी व्यक्ति के काली शक्ति से प्रभावित होने की घटना की तुलना एक कक्ष में विषैली वायु की उपस्थिति से की जा सकती है । यह व्यक्ति को विभिन्न स्तरों पर प्रभावित कर सकती है तथापि अनिष्ट शक्ति तो केवल उस पक्ष को प्रभावित करती हैं, जो लक्ष्य प्राप्ति के लिए अधिकतम लाभदायक हो, अर्थात व्यक्ति को पीडित करना, उसके माध्यम से अपनी इच्छापूर्ति करना, उसकी साधना को अवरुद्ध करना, आदि । हमें यह समझना होगा कि काली शक्ति सटीकता, तीव्रता, गहनता एवं कालावधि में किसी सर्वाधिक विषैली गैस से भी अधिक घातक होती है ।

. ‘भूतावेश’ की परिभाषा

भूतावेश, वह स्थिति है, जिसमें अनिष्ट शक्ति व्यक्ति के अस्तित्व से एकरूप होकर उसके मन (भावनाओं तथा विचार) तथा बुद्धि (निर्णय क्षमता) पर नियंत्रण प्राप्त करती है । परिणामत: वे व्यक्ति के क्रियकलापों को भी नियंत्रित करने लगती हैं ।

  • आविष्ट व्यक्ति की गतिविधियां पूर्ण अथवा आंशिक रूप में अनिष्ट शक्ति द्वारा नियंत्रित होती हैं ।
  • अनिष्ट शक्ति आविष्ट व्यक्ति के भीतर रहकर अथवा बाहर से ही उसे नियंत्रित करती है ।
  • अनिष्ट शक्ति द्वारा आविष्ट व्यक्ति के भीतर अथवा बाहर रहने से भूतावेश की तीव्रता में कोई अंतर नहीं पडता ।
  • भूतावेश के प्रकरण में भी काली शक्ति का उपयोग किया जाता है, क्योंकि वह अनिष्ट शक्ति का एक अभिन्न अंग है, जिस प्रकार चैतन्य संतों का अभिन्न अंग है । तथापि इसकी विशेषता यह है कि अनिष्ट शक्ति व्यक्ति को हानि पहुंचाने के लिए उसके मन एवं बुद्धि को नियंत्रित करनेमें अग्रणी रहती है ।
  • प्राय: लगभग सभी प्रकरणों में आविष्ट व्यक्ति अपने आविष्ट होने के संबंध में अनभिज्ञ रहता है, जबतक अनिष्ट शक्ति हॉलीवुड के चलचित्र ‘The exorcism of Emily Rose’ में दर्शाए अनुसार स्वयं को नाटकीयरूप से प्रकट नहीं करती ।